झाबुआपोस्ट । देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को विश्व में पहचान दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई है । लेकिन उनकी पार्टी के जनप्रतिनिधि और पार्टी पदाधिकारियों की इसमें कोई रूचि नहीं है । कम से कम झाबुआ में आयोजित सामूहिक योग कार्यक्रम से बीजेपी नेताओं और जनप्रतिनिधियों की गैरमोजूदगी को देखकर तो यही लगता है। झाबुआ के कृषि उपज मंडी में जिला प्रशासन ने सामूहिक योग का कार्यक्रम आयोजित किया था । कलेक्टर-एसपी समेत तमाम आला अधिकारी मौजूद थे लेकिन कार्यक्रम से जनप्रतिनिधि और बीजेपी नेता नदारद रहे.मामले में जब बीजेपी जिलाध्यक्ष से बात की गई तो उनका जवाब था कि वे दिल के मरीज हैं इसलिए नहीं जा पाए…वहीं विधायक राष्ट्रपति चुनाव के सिलसिले में दिल्ली हैं.लेकिन बाकी पार्टी पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि क्यों नहीं पहुंचे वे सवाल-जवाब तलब करेंगें । हालांकि जिला प्रशासन और कलेक्टर आशीष सक्सेना की ओर से सभी से योग दिवस पर सामूहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अनुरोध किया गया था, लेकिन फिर भी जनप्रतिनिधियों और बीजेपी नेताओं ने दूरी बनाई रखी ।
वहीं कार्यक्रम के बीच में उप संचालक जनसंपर्क अनुराधा गहरवाल बाहर जाना भी मौजूद लोगों के बीच चर्चा का विषय रहा । दूसरी ओर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का ये तीसरा साल है लेकिन स्कूली शिक्षा विभाग एक ही बैनर फ्लेक्स हर साल साल बदल कर लगाता रहता है । इस साल भी यही हुआ पुराने फ्लेक्स पर साल बदलकर उसे कार्यक्रम में लगा दिया गया । मितव्ययता का समर्थन किया जाना चाहिए लेकिन वास्तव में ऐसा हो तो बेहतर है ।
कार्यक्रम में कलेक्टर आशीष सक्सेना, एसपी महेशचंद जैन, जिला पंचायत सीईओ अनुराग चौधरी ,एडिशनल एसपी रचना भदौरिया, एसडीएम आरएस बालोदिया, सहायक आयुक्त शकुंतला डामोर,एसडीओपी शोभाराम परिहार समेत तमाम विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, स्कूली बच्चे और सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता पहुंचे थे, और विभिन्न योगासन का अभ्यास किया । कार्यक्रम में योगगुरू जितेन्द्र सोलंकी और रूकमणी वर्मा ने मौजूद लोगों को आसान करवाए ।